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Section 352 BNS in Hindi – शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने से संबंधित है
Section 352 BNS in Hindi- बीएनएस धारा 352 नयी भारतीय न्याय संहिता 2023 के अध्याय –V का एक हिस्सा है जिसमे- Definition
जो कोई भी व्यक्ति जानबूझकर किसी भी तरह से अपमान करता है, और इस तरह किसी व्यक्ति को उकसाता है, यह इरादा रखते हुए या यह जानते हुए कि इस तरह के उकसावे से वह सार्वजनिक शांति भंग करेगा, या कोई अन्य अपराध करेगा, उसे दो साल तक की अवधि के लिए कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा।
Section 352 BNS in Hindi – बीएनएसएस के तहत वर्गीकरण:
- अपराध की प्रकृति: असंज्ञेय, जमानती
- दंड: 2 साल तक का कारावास या जुर्माना या दोनों
- ट्रायल कोर्ट: कोई भी मजिस्ट्रेट
Section 352 BNS in English
Whoever intentionally insults in any manner, and thereby gives provocation to any person, intending or knowing it to be likely that such provocation will cause him to break the public peace, or to commit any other offence, shall be punished with imprisonment of either description for a term which may extend to two years, or with fine, or with both.
Classification under BNSS:
- Nature of Offence: Non-Cognizable, Bailable
- Punishment: Imprisonment up to 2 years or fine or both
- Trial Court: Any Magistrate
Section 352 BNS in Hindi Explained – अपमानजनक उकसावे पर शांति भंग करने का मामला
📘 Section 352 BNS in Hindi क्या है?
भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 352 (Section 352 BNS in Hindi) उन स्थितियों पर लागू होती है जब कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति का अपमान करता है और उसे उकसाता है ताकि वह व्यक्ति अपना आपा खो दे और शांति भंग कर बैठे या कोई अपराध कर बैठे। यह अपमान शब्दों, हरकतों, इशारों, या किसी लिखित माध्यम से भी किया जा सकता है।
🧠 Expert Insight: जैसा कि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट सुधीर राव बताते हैं, यह धारा उन मामलों में बेहद प्रभावी है जहाँ किसी व्यक्ति को उकसाकर हिंसा या झगड़े की स्थिति उत्पन्न की जाती है।
⚖️ मुख्य बिंदु (Main Ingredients of Section 352 BNS in Hindi):
बिंदु | विवरण |
---|---|
जानबूझकर अपमान | कार्य में इरादा स्पष्ट होना चाहिए – अपमान करने का |
उकसावे की मंशा | सामने वाले को मानसिक रूप से भड़काने की कोशिश होनी चाहिए |
शांति भंग की संभावना | जिससे सार्वजनिक या व्यक्तिगत शांति बिगड़ने की संभावना हो |
🧪 उदाहरण of Section 352 BNS in Hindi:
यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगह पर आपको गालियाँ देकर, इशारे करके या गलत भाषा का प्रयोग करके आपको भड़काता है, और आप प्रतिक्रिया में कोई हिंसक कदम उठाते हैं — तो उस व्यक्ति पर BNS 352 के तहत मामला दर्ज हो सकता है।
🎯 प्रैक्टिकल केस हैंडलिंग: एडवोकेट सुधीर राव के अनुभव अनुसार, ऐसे मामलों में अक्सर आरोपी ये कहता है कि उसकी मंशा अपमान करने की नहीं थी। लेकिन यदि पीड़ित पक्ष द्वारा साक्ष्य (जैसे विडियो क्लिप या गवाह) प्रस्तुत कर दिए जाएं, तो आरोपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
🔐 इस धारा (Section 352 BNS in Hindi) में सुरक्षा कैसे करें?
अगर आप पीड़ित हैं:
- शांत रहें, प्रतिक्रिया में हिंसा न करें
- शिकायत दर्ज कराएं – पुलिस थाने में FIR या NCR के रूप में
- साक्ष्य इकट्ठा करें – वीडियो, ऑडियो, गवाह, CCTV
अगर आप आरोपी हैं:
- कभी भी पुलिस को बयान देने से पहले वकील से सलाह लें
- जमानत लें – यह अपराध जमानती है
- इरादतन अपमान नहीं था, यह साबित करें
- Character Evidence भी प्रस्तुत किया जा सकता है
📌 Legal Shield by Sudhir Rao: ऐसी स्थिति में एडवोकेट सुधीर राव जैसे अनुभवी अधिवक्ता आपकी मंशा और परिस्थिति के आधार पर बचाव की पूरी रणनीति बना सकते हैं। उन्होंने अनेक मामलों में साबित किया है कि अनजाने में हुई गलती को अपराध नहीं माना जा सकता।
⚖️ सजा और जमानत का प्रावधान (in Section 352 BNS in Hindi):
- सजा: 2 साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों
- प्रकृति: गैर-संज्ञेय (Non-cognizable), जमानती (Bailable)
- ट्रायल कोर्ट: किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय
⚖️ जमानत की प्रक्रिया ( in Section 352 BNS in Hindi):
- पुलिस आपको गिरफ़्तार नहीं कर सकती जब तक मजिस्ट्रेट से अनुमति न ले।
- आप थाने में ही जमानत अर्जी दे सकते हैं।
- मजिस्ट्रेट केस की परिस्थितियों के अनुसार निर्णय देते हैं।
🧷 इस धारा (Section 352 BNS in Hindi) के अंतर्गत कौन-से कार्य अपराध माने जा सकते हैं?
- सार्वजनिक रूप से किसी को गाली देना
- किसी की जाति या धर्म पर टिप्पणी करना
- जानबूझकर भड़काने वाली भाषा का प्रयोग करना
- इशारों या हरकतों से अपमान करना
- झूठी अफवाह फैलाना जिससे तनाव हो
🛡️ कैसे मदद करते हैं एडवोकेट सुधीर राव?
- पीड़ित के पक्ष में सटीक प्रमाणों के साथ शिकायत तैयार कर न्यायिक कार्रवाई शुरू करते हैं
- आरोपी के पक्ष में बचाव की रणनीति के तहत मंशा की कमी, उकसावे का खंडन और ज़मानत हेतु तर्क प्रस्तुत करते हैं
- ऐसे मामलों में समझौते और मामले के त्वरित निपटान की दिशा में भी प्रयास करते हैं
👉 जिन्हें लगता है कि उनका अपमान करके उकसाया गया है या वो झूठे मुकदमे में फंसाए गए हैं, वे एडवोकेट सुधीर राव से परामर्श लेकर अपने अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
🧾 निष्कर्ष:
Section 352 BNS in Hindi एक संतुलित कानूनी प्रावधान है, जो ना सिर्फ पीड़ित को न्याय देता है बल्कि आरोपी को भी उचित बचाव का अवसर देता है। इस धारा का प्रयोग तब होता है जब अपमान और उकसावे से समाज की शांति बिगड़ने की आशंका बनती है।
क्या आप ऐसे किसी केस में फंसे हैं या कोई व्यक्ति आपको बार-बार उकसाकर शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है?
📞 घर बैठे एडवोकेट सुधीर राव से संपर्क करें और कानूनी सुरक्षा प्राप्त करें about Section 352 BNS in Hindi।
